मात्र 22 साल की उम्र में बिना कोचिंग के ही पास कर ली UPSC की परीक्षा, अब बनने वाला है IAS अधिकारी

By | 3 March 2023

बीते रविवार, 30 मई को UPSC का परीणाम घोषित कर गया। इसी दौरान खंडवा के निवासी कार्तिकेय जायसवाल ने भारत की सबसे बड़ी परीक्षा यूपीएसपी में सफलता प्राप्त कर ली, 35वीं रैंक प्राप्त करने वाले कार्तिकेय अब IAS बनेंगे। उन्होंने यह मुकाम बिना कोचिंग की सहायता के ही पा लिया है।

मध्य प्रदेश, खंडवा के आनंद नगर स्थित दीनदयालपुरम के निवासी बताए जाने वाले कार्तिकेय का प्राथमिक विद्या यानी क्लास टेंथ तक की पढ़ाई खंडवा में पूर्ण हुई है। टेंथ में ही उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी करने का निर्णय बना लिया था। और इसके लिए उन्होंने स्कूल खत्म करने के पश्चात उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सैंट स्टीफंस कॉलेज से साइंस में ग्रैजुएशन कर लिया।

आपको जानकारी दे, कार्तिकेय को खुद की कोशिश पर इतना विश्वास था कि उसने UPSC की एक्जाम के लिए कोचिंग भी नहीं की, सारा सिलेबस घर पर ही बैठ कर किया, और पढ़ाई आरंभ की। बड़ी बात यह है कि, उन्होंने बिना कोचिंग के घर पर ही इंटरनेट से तैयारी की है। और पहले ही कोशिश में ही यह कामयाबी हासिल की।

यूपीएससी एक्जाम में भी गणित ही उनका प्राथमिक विषय था। परिणाम से पहले आखिरी इंटरव्यू में उनसे कई सवाल दागे गए। जिसमें किशोर कुमार से जुड़े सवाल भी किया गया। जब वे एक्जाम की तैयारी कर रहे थे तो उस वक्त इंटरनेट पर ऐसे ही लोगों के वीडियो और इंटरव्यू देखा करते थे। उनके मुश्किल की हाथ को सुनकर उन्हें अथमविश्वास मिलती थी।

कार्तिकेय के माता और पिता आशीष जायसवाल कहते है कि, उनके पुत्र ने IAS बनकर इतिहास कायम कर दिया। उनके मुताबिक, उनके घर से किसी का भी प्रशासनिक सेवा से कोई रिश्ता नहीं है। खंडवा में निवास करते हुए 10वीं कक्षा में जब उसने टॉप कर डाला तो हमने निर्णय बना लिया था कि बेटे को तैयारी के लिए बाहर किसी बड़े शहर ले जाएंगे। जंहा बेटे ने दिल लगाकर पढ़ाई की, जिसका यह परिणाम है।

बोला ये भी जा रहा है कि पिछले 40 सालों से खंडवा से किसी भी व्याक्ति ने यूपीएससी नहीं निकाला था, और कार्तिकेय ने यह सूखा भी खत्म किया। जैसे ही परिणाम आया तो सारा शहर कार्तिकेय के समक्ष उल्लास करने में जुट गया। ताऊ का सारा घर फूलमाला-मिठाईयां लेकर पहुंच गया। काफी देर तक स्वागत का दौर चला। पूरे घर ने जमकर जश्न मनाया।

आपको जानकारी दे दे कि, कार्तिकेय के घर में पिता लॉज बिजनेसमैन है, वहीं उनकी माता जी एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका है। इसके सिवा छोटी बहन भूमिका है, जो 7वीं क्लास की विद्यार्थी है। यही एक कारण है कि घर का एक सदस्य अब अफसर बनकर देश और दुनिया की सेवा करेगा।

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